NETWORK MARKETING से जुड़े कुछ मिथक (Myths) और सच्चाई

NETWORK MARKETING से जुड़े कुछ मिथक (Myths) और सच्चाई


NETWORK MARKETING से जुड़े कुछ मिथक (Myths) और सच्चाई

नेटवर्क मार्केटिंग जिसको डायरेक्ट सेलिंग या मल्टी लेवल मार्केटिंग के नाम से भी जाना जाता है। आज के समय में पूरी दुनिया में बहुत तेजी से बढ़ने वाला व्यवसाय है। लेकिन फिर भी बहुत सी भ्रांतियों की वजह से, गलतफहमी की वजह से और मिथक की वजह से, बहुत सारे लोग इस व्यापार से दूर भागते हैं। बहुत सारे लोग गलत अफवाहों की वजह से भी इसको नकार देते हैं। लेकिन हकीकत तो कुछ और ही है, जिसके बारे में आज हम जानेंगे : 

1. मिथक : नेटवर्क मार्केटिंग एक पोंजी स्कीम होती हैं :

REALITY :

पोंजी स्कीम एक अवैध प्रक्रिया है जिसमें पैसा सिर्फ नए लोगों की जॉइनिंग से आता है और इसमें किसी भी तरीके का प्रोडक्ट या सर्विसेज नहीं होता 

लेकिन नेटवर्क मार्केटिंग में उत्पादों या सेवाओं की बिक्री होती है। ये पूरी तरह से सरकारों से प्रमाणित होती है। ये एक शुद्ध कानूनी ( वैध ) बिजनेस मॉडल है। और इसमे पैसा नए व्यक्ति की खरीदी से भी आता है और पहले से जुड़े व्यक्ति की खरीदी पर भी आता है।

2. मिथक : नेटवर्क मार्केटिंग में सिर्फ ऊपर वाले ही पैसा कमाते हैं :

REALITY :

 ये बात पूरी तरह से गलत है कि इसमें सिर्फ ऊपर वाले को ही पैसा आता है नेटवर्क मार्केटिंग में जो सिस्टम को फॉलो करके और अपलाइन की बात मानकर कड़ी मेहनत करता है।  उसको ही इसमें सफलता मिलती है। जुड़ने का टाइम से कोई कनेक्शन नी है कि आप पहले जुड़े या बाद में। बहुत से LEADERS आज ऐसे भी हैं कि अपनी कड़ी मेहनत से अपनी अपलाइन को भी पीछे छोड़ चुके हैं। और उनसे ज़्यादा कमाते हैं।

3. मिथक : नेटवर्क मार्केटिंग तो जोड़ने वाला काम है : 

REALITY : 

लोगो को नेटवर्क मार्केटिंग में जोड़ना ये सिर्फ एक नेटवर्किंग का हिस्सा है। लेकिन नेटवर्क मार्केटिंग का आधार है लीडरशिप क्रिएट करना, टीम डुप्लिकेशन करना, प्रोडक्ट्स और सर्विसेज को उचित तरीके से लोगो तक पहुंचाना।  सिर्फ लोगो को जोड़ना सही शब्दावली नहीं है, नेटवर्किंग में उन्हें प्रशिक्षित भी करना पड़ता है। LEADER बनाया जाता है. ताकि वो सफल बने और अपनी टीम में भी लोगो को जोड़कर उन्हें सफल बनायें।

4. मिथक : नेटवर्क मार्केटिंग एक फ्रॉड बिजनेस है, इसमें होता कुछ नहीं है : 

REALITY : 

बहुत सारे लोग इस बिजनेस में आकर सीखते नहीं हैं। अपने तरीके से काम करते हैं अपलाइन की बात नहीं मानते। फिर फेल होके घर बैठ जाते हैं। और बाद में वही लोग कहते हैं कि इसमें कुछ नहीं होता असल में छोटे से छोटे काम को करने से पहले सीखना पड़ता है। लेकिन लोग सीखने पर ध्यान नहीं देते। उन्हें पहले दिन से इनकम चाहिए होती है। पर जो व्यक्ति सीखता है, लगातार कड़ी मेहनत करता है वो ही यहां सफल होता है।

5. मिथक : इसमें जुड़ते ही कुछ ही समय में अमीर बन जाते हैं : 

REALITY : 

नेटवर्क मार्केटिंग एक सही दिशा में सिस्टम को फॉलो करके कड़ी मेहनत और समय देके सफल बनने का प्लेटफॉर्म है। ये कोई लॉटरी जैसी स्कीम नहीं है कि आज आप आएं और 4 महीने में करोड़पति हो जाएं। सभी बिजनेस की तरह, इस बिजनेस में भी समय लगता है, धैर्य रखना पड़ता है, रातो रात कोई अमीर नहीं बनता।

6. मिथक : NETWORK MARKETING सिर्फ बेरोजगारों के लिए : 

REALITY :

आज ये लोगो में बहुत बड़ी गलतफहमी है। कि ये सिर्फ बेरोजगारों के लिए है। आज इस व्यवसाय में शिक्षक, डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, व्यवसायी, यहां तक कि आईएएस और पीसीएस रैंक की सेवा के लोग भी आज नेटवर्क मार्केटिंग में शामिल हैं। और लोगो को इसके माध्यम से रोजगार मिल रहा है। आज प्राइवेट और सरकारी सेक्टर के लोग अपने काम के साथ अतिरिक्त आय के लिए इसको बिल्ड कर रहे हैं ।

7. मिथक : इस काम में कोई भविष्य नहीं है  या इस काम का कोई FUTURE नहीं है :  

REALITY : 

लोगो को इस काम का ज्ञान ही नहीं है। इसलिए उन्हें लगता है कि इसका कोई भविष्य नहीं है, जबकी ये बिजनेस पिछले 100 सालो से पूरी दुनिया में चल रहा है। जिसमें अमेरिका भी शामिल है जो पूरी तरह से विकसित देश है। भारत में भी लगभाग इसको 30 साल होने को जा रहे। आज तक पूरी दुनिया में जितने भी करोड़पति बने हैं। उनमें से 90% लोग नेटवर्किंग से ही बने हैं। तो ये कहना बिल्कुल गलत होगा कि इसका भविष्य नहीं है। यहाँ से लोगो को रोज़गार भी मिल रहा है। जिससे देश की अर्थव्यवस्था में भी विकास है।

8.मिथक : आपको बोलना आना चाहिए तभी आप सफल हो पाएंगे इसमें : 

REALITY :

लोगों के बीच यह सबसे बड़ा मिथक है। कि सफल होने के लिए आपको बोलना और समझाना आना चाहिए। हो सकता है कि शुरुआत में आपको ये दोनों बातें ना आती हो। तो क्या हम सीख नहीं सकते ? हर व्यक्ति जिसने अपने क्षेत्र में बहुत बड़ा नाम कमाया है, या सफलता ली है वो भी शुरू में शून्य ही था। चाहे वो सचिन तेंदुलकर हों, अमिताभ बच्चन हों, या लता मंगेशकर हों। सबने सीखा है, और इस बिजनेस की शिक्षा प्रणाली इतनी शक्तिशाली है कि धीरे-धीरे काम करते-करते आपको बोलना भी आ जाता है, और समझाना भी। 

CONCLUSION 

अंत में आप सभी लोगो से अनुरोध है कि, किसी की बातो में आने से पहले उससे ही सवाल करें। यह पता करें कि उसे कितनी नॉलेज है। कहीं सुनी सुनाई बातें तो नहीं कर रहा। खुद भी ज्ञान इकट्ठा करना चाहिए। याद रहे लोगो के पास INFORMATION होती है जो गलत भी हो सकती है लेकिन KNOWLEDGE हमेशा सही होती है। नेटवर्क मार्केटिंग 21वीं सदी का बिजनेस है जिसे हर किसी को कम से कम 1 साल तो अच्छे से करना ही चाहिए जिससे आप खुद में बहुत सारे कौशल विकसित कर सकें। बिजनेस की सच्चाई जान पाए।


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