DIRECT SELLING के शुरुआती 10 कदम
🎯DIRECT SELLING के शुरुआती 10 कदम
DIRECT SELLING एक ऐसा BUSINESS CONCEPT है जहाँ एक आम इंसान भी सेलिब्रिटी बन सकता है। यहाँ न किसी बड़ी डिग्री की ज़रूरत है, न ही किसी बड़े निवेश की, बस एक चीज़ बहुत ज़रूरी है और वो है सही दिशा, सही सोच, सही दिशा-निर्देश और लगातार कड़ी मेहनत।
लोग अक्सर शुरुआत में ही कई गलतियाँ कर बैठते हैं। क्योंकि उन्हें समझ नहीं आता कि क्या करें और किसे प्राथमिकता दें। याद रखें - एक गलत शुरुआत अक्सर सपनों को अधूरा छोड़ देती है, लेकिन अगर शुरुआती कदम मज़बूत हों, तो कामयाबी का सफ़र आसान हो जाता है।
इसलिए हम आपके लिए DIRECT SELLING के शुरुआती 10 कदम लेकर आए हैं जो हर नेटवर्कर को पता होने चाहिए। ये स्टेप्स न सिर्फ़ आपको बिज़नेस करना सिखाएँगे, बल्कि आपकी टीम को सही दिशा में ले जाने का सिस्टम भी देंगे।
यह जानने के लिए इसे पढ़ें कि DIRECT SELLING में TRAINING क्यों महत्वपूर्ण है। DIRECT SELLING में TRAINING क्यों जरूरी है ?
1.अपने बिज़नेस के लक्ष्य लिखो
DIRECT SELLING शुरू करने से पहले अपने लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से बताना बेहद ज़रूरी है। अगर लक्ष्य स्पष्ट नहीं है, तो आपकी मेहनत बेकार जा सकती है।
उदाहरण के लिए, मान लीजिए हेमंत का लक्ष्य बस इतना है, "मैं पैसा कमाना चाहता हूँ।" यह बहुत अस्पष्ट है। लेकिन अगर वह लिखता है, "चार महीनों में, मैं 50 नए ग्राहक हासिल करूँगा और 30,000 रुपये की अतिरिक्त आय अर्जित करूँगा," तो यह विशिष्ट और मापने योग्य हो जाता है।
लक्ष्य लिखने से हमारा ध्यान केंद्रित होता है, हमें हर दिन काम करने की प्रेरणा मिलती है, और एक विशिष्ट दिशा मिलती है।
2. अगले 3 महीने तक आप इस बिजनेस को कितना समय देंगे
अगर आप कोई नौकरी कर रहे हैं और पार्ट टाइम में करना चाहते हैं तो कितना समय देंगे अगर आप फुल टाइम करना चाहते हैं तो कितना समय देंगे। दैनिक घंटो के हिसाब से आपका समय निर्धारित होना चाहिए और आपको उतने समय काम करने के लिए अटल होना पड़ेगा।
DIRECT SELLING में निरंतरता सबसे बड़ी ताकत है। शुरुआत में ही तय कर लें कि आप रोज़ाना या हफ़्ते में कितना समय देंगे।
उदाहरण के लिए, मोनू नौकरी करता है और डायरेक्ट सेलिंग भी शुरू करना चाहता है। अगर वह साफ़-साफ़ लिख दे - "मैं अगले 3 महीने तक रोज़ाना 2 घंटे डायरेक्ट सेलिंग में लगाऊँगा", तो उसके लिए योजना बनाना आसान हो जाएगा। लेकिन अगर समय तय न हो, तो अक्सर "कल से शुरू करूँगा" के बहाने में ही बिज़नेस अटक जाता है।
याद रखें - समय का निवेश ही भविष्य की आय तय करता है।
3. आपको हर हफ़्ते BUSINESS EVENTS में भाग लेना चाहिए
DIRECT SELLING में तरक्की सिर्फ़ कड़ी मेहनत से ही नहीं, बल्कि लगातार सीखने और सही माहौल में रहने से भी मिलती है। डायरेक्ट सेलिंग में सफल होना है तो आपके सिस्टम से कनेक्ट रहना पड़ेगा। इसलिए, हफ़्ते में कम से कम एक बार किसी ट्रेनिंग, सेमिनार, वेबिनार या इवेंट में ज़रूर हिस्सा लें। क्योंकि वहाँ से आपको सकारात्मक ऊर्जा मिलती है सफल होने के लिए।
उदाहरण - SNEHA जब भी अपनी टीम मीटिंग में जाती है, तो वह नए प्रेजेंटेशन स्किल्स और OBJECTION HANDLING के नए तरीके सीखती है। वहीं, उसकी दोस्त MAYA को आत्मविश्वास की कमी के कारण मीटिंग्स से नफ़रत है और वह उनसे दूर ही रहती है। अगले छह महीनों में, SNEHA की टीम बढ़कर 390 लोगों की हो गई, जबकि MAYA की टीम पहले जैसी ही रही।
BUSINESS के निर्माण में EVENTS की भूमिका को समझने के लिए यह लेख पढ़ें। DIRECT SELLING में EVENTS के महत्व
EVENTS आपकी ऊर्जा, ज्ञान और नेटवर्क को बढ़ाते हैं।
4. APPOINTMENT से अपने CALENDER को भर कर रखें
उदाहरण के लिए, भरत ने रोज़ाना कम से कम दो लोगों से मिलने और उन्हें अपनी योजना दिखाने का फैसला किया। एक महीने के अंदर, उन्होंने 60 लोगों से मुलाकात की और 22 लोगों की एक टीम बना ली। हालाँकि, भरत की डाउनलाइन, राम, अपॉइंटमेंट तय करने में चूक गई। नतीजतन, राम का विकास रुक गया।
याद रखें - खाली कैलेंडर - खाली व्यवसाय
5. हर हफ्ते आपकी कम से कम 15 बिजनेस मीटिंग होनी चाहिए
अगर आप पार्ट टाइम में काम कर रहे हैं तो डेली आपकी 2 से 3 और अगर आप फुल टाइमर हैं 3 से 6 बिजनेस मीटिंग होनी ही चाहिए। ऐसा करने से बहुत जल्दी आप सफल होंगे। डायरेक्ट सेलिंग बिज़नेस में संख्याएँ बहुत बड़ी भूमिका निभाती हैं। आप जितनी ज़्यादा लोगों से मीटिंग करेंगे, आपको उतना ही ज़्यादा एक्सपोज़र मिलेगा और आपकी सफलता की संभावनाएँ भी उतनी ही बढ़ेंगी।
उदाहरण के लिए, प्रमोद ने हर हफ़्ते 15 मीटिंग करने का फ़ैसला किया। शुरुआत में कुछ लोग बिज़नेस करने से हिचकिचा रहे थे, लेकिन धीरे-धीरे हर हफ़्ते 4-5 नए लोग उनकी टीम में शामिल होने लगे। और कुछ ही महीनों में प्रमोद की एक बड़ी टीम बन गई। दूसरी ओर, रोहित हफ़्ते में सिर्फ़ 3-4 मीटिंग ही करते थे, और महीनों बाद भी उनकी टीम छोटी ही रही।
सीख - MEETINGS ही विकास का इंजन होती हैं, जितनी ज़्यादा MEETINGS होंगी, उतनी ही ज़्यादा INCOME होगी।
6. आपको अपने उत्पादों का पूरा ज्ञान होना चाहिए
DIRECT SELLING में सफलता काफी हद तक आपके PRODUCT KNOWLEDGE पर निर्भर करती है। अगर आप खुद उत्पादों को नहीं समझते, तो आप ग्राहकों का विश्वास नहीं जीत पाएँगे। अगर आप फील्ड में काम कर रहे हैं तो आपको अपने उत्पादों की अच्छी जानकारी होनी चाहिए ताकि आप उसके बारे में बता सकें और अगर आपका PROSPECT कुछ पूछता है तो आप सही जवाब देकर संतुष्ट कर पाएं। सभी प्रोडक्ट्स का ना सही लेकिन जिन प्रोडक्ट्स की आप चर्चा करेंगे उनका पूरा ज्ञान आपको होना चाहिए।
FOR EXAMPLE, अकरम ने अपने उत्पाद के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर ली, यहाँ तक कि खुद भी उसका इस्तेमाल किया। इसलिए, वह अपने ग्राहकों को आसानी से इसके फायदे, इस्तेमाल करने का तरीका समझा सका और बाज़ार के दूसरे उत्पादों से इसकी तुलना कर सका। और उसके 75% ग्राहकों ने बिना सोचे-समझे उसे खरीद लिया। इस बीच, उसके डाउनलाइन के गौरव ने थोड़ा-बहुत सीखा और उसे शेयर करना शुरू कर दिया, जिससे ग्राहक संशय में पड़ गए और बिक्री नहीं हुई।
याद रखें - ज्ञान + आत्मविश्वास = बिक्री।
7. आपको अपने हर डिस्ट्रीब्यूटर को सिस्टम से कनेक्ट करना चाहिए
उदाहरण के लिए, सौरभ ने अपनी टीम के हर नए सदस्य को पहले TRAINING MODULE और ऑनलाइन सहायता समूह से जोड़ा। जब भी कोई कार्यक्रम होता, वह सभी को एक-एक करके फ़ोन करके आमंत्रित करता। नतीजा यह हुआ कि उसकी टीम तेज़ी से बढ़ी और DUPLICATION आसान हो गया। दूसरी ओर, अमित ने नए सदस्यों को जुड़ने के बाद अकेला छोड़ दिया, इसलिए ज़्यादातर सदस्य व्यवसाय छोड़कर चले गए।
किसी भी TEAM को, COMPANY को चलाने के लिए SYSTEM की ज़रूरत पड़ती है, अगर SYSTEM नहीं तो कहीं भी सफल होना संभव नहीं है। इसकी महत्ता समझने के लिए मेरे इस ARTICLE को पड़े। SYSTEM को FOLLOW करना क्यों जरूरी है NETWORK MARKETING में ?
सीख - CONNECTED TEAM = STRONG NETWORK = सफलता
8. FOLLOW-UP का विशेष ध्यान रखें
DIRECT SELLING में, ज़्यादातर लोग पहली मुलाक़ात में तुरंत कोई फ़ैसला नहीं लेते। इसलिए, फ़ॉलो-अप ज़रूरी है। इससे न सिर्फ़ आपको अपने संभावित ग्राहकों को समझने का मौका मिलता है, बल्कि आपके व्यवसाय की निरंतर वृद्धि में भी मदद मिलती है।
अगर आप कोई बिजनेस मीटिंग करते हैं तो उसका 48 घंटे के अंदर FOLLOW-UP जरूर लें। अगर आप ऐसा नहीं करते तो उसके जुड़ने के CHANCES बहुत कम हो जाता है। FOLLOW-UP के लिए उसके घर पर जाकर कर सकते हैं, अगर घर ना जाए तो चाय पर बाहर कहीं मिल सकते हैं, और अगर ये भी ना हो सके तो कम से कम कॉल पे बात कर सकते हैं। कहने का मतलब है बात तो हो ही जानी चाहिए 48 घंटे में।
उदाहरण के लिए, प्रत्येक संभावित ग्राहक को अपनी योजना दिखाने के बाद, सुनील अगले दिन फ़ॉलो-अप करता था, उनकी ज़रूरतों को समझता था और सुझाव देता था। जिन लोगों को फ़ॉलो-अप नहीं मिला, उनका फ़ॉलो-अप वह अगले दिन करता था। इस तरीके से लोग जल्दी जुड़ते थे और बिक्री बढ़ती थी। हालाँकि, गब्बर सिंह समय पर फ़ॉलो-अप नहीं करता था। वह कुछ लोगों का फ़ॉलो-अप चार दिन बाद करता था, तो कुछ का अगले हफ़्ते। तब तक, वह व्यक्ति नकारात्मक हो जाता था, और इसीलिए वह जुड़ना नहीं चाहता था।
याद रखें - फ़ॉलो-अप = अवसर + सफलता
9. हफ़्ते में कम से कम 2 बार HOME MEETING होनी चाहिए 🏠
इस व्यवसाय में PERSONAL MEETINGS बहुत महत्वपूर्ण हैं। अगर हम सप्ताह में 2 बार GROUP BUSSINESS MEETINGS करते हैं जिसमें 5 से 10 लोग एक साथ शामिल होते हैं तो हमारा बिजनेस बहुत तेजी से आगे बढ़ता है। तो चाहे हम PART-TIMER हों या FULL-TIMER, हफ्ते में 2 HOME MEETINGS होनी ही चाहिए।
EXAMPLE - मेरे अपलाइन प्रवीण सर हर मंगलवार और शुक्रवार को किसी न किसी के घर पर HOME MEETING रखते ही हैं। जिसमें हमेशा 5 से 15 लोग रहते हैं। किसी दिन ब्यूटी की HOME मीटिंग तो किसी दिन हेल्थ की होम मीटिंग। जिसमे वो प्रोडक्ट्स का डेमो दिखाते हैं। साथ ही पूरा प्लान और कमाई कैसे कर सकते हैं ये भी बताते हैं। RESULT ये रहा कि कई लोग बहुत जल्दी जुड़ गए और टीम जल्दी बढ़ गई।
सीख - गृह मिलन = विश्वास + रूपांतरण 🤝
10. हमें DAILY अपने ACTIVE UPLINE से बात करनी चाहिए
DIRECT SELLING में मार्गदर्शन और प्रेरणा बनाए रखने के लिए, अपने अपलाइन के साथ रोज़ाना संपर्क बनाए रखना बेहद ज़रूरी है। इससे आपको नई रणनीतियाँ सीखने, शंकाओं को दूर करने और निरंतरता बनाए रखने में मदद मिलती है। और प्रेरित रहने से आपकी टीम को भी उचित मार्गदर्शन और निरंतरता बनाए रखने की प्रेरणा मिलेगी।
उदाहरण के लिए - राधा रोज़ाना 15-20 मिनट अपने अपलाइन के साथ MARKET में होने वाली हर PLAN SHARE करती थीं, और अगर उनसे कोई गलती होती तो अपलाइन उन्हें गाइड करते और यह भी बताते कि क्या बेहतर किया जा सकता है। इससे राधा का MOTIVATION बना रहा। नतीजा यह हुआ कि राधा का SELF CONFIDENCE बढ़ा और टीम का तेज़ी से विकास हुआ।
आपकी सफलता में UPLINE की भूमिका को समझना बेहद ज़रूरी है। अधिक जानने के लिए यह ब्लॉग पढ़ें। MLM BUSINESS में UPLINE का महत्व
याद रखें - दैनिक अपलाइन कनेक्शन = ज्ञान + प्रेरणा + विकास
CONCLUSION/निष्कर्ष
DIRECT SELLING में सफलता केवल कड़ी मेहनत से नहीं मिलती इसके लिए सही GUIDANCE, TRAININGS और STRATEGY की भी आवश्यकता होती है। DIRECT SELLING के शुरुआती 10 कदम न केवल आपको व्यवसाय करना सिखाएँगे, बल्कि आपकी टीम को मज़बूत बनाने, सही निर्णय लेने और निरंतर विकास हासिल करने में भी आपकी मदद करेंगे।
याद रखें - केवल निरंतरता, सीख, सही मार्गदर्शन और सही कदम ही आपके सपनों को हकीकत में बदल सकते हैं। अगर आप इन सभी चरणों का सही ढंग से पालन करते हैं, तो डायरेक्ट सेलिंग में आपकी सफलता निश्चित है।




Post a Comment