“जब लोग कहें – PPRODUCTS MARKET से महंगे हैं, तो कैसे DEAL करें ?”
“जब लोग कहें – PRODUCTS MARKET से महंगे हैं, तो कैसे DEAL करें ?”
डायरेक्ट सेलिंग में एक बात तो तय है, हर संभावित ग्राहक आपके प्रस्ताव को तुरंत स्वीकार नहीं करेगा। हर किसी के मन में कुछ न कुछ DOUBTS और OBJECTIONS होते हैं। एक आम OBJECTION जो हम बार-बार सुनते हैं, वह यह है कि "आपके PRODUCT MARKET से ज़्यादा महंगे हैं।" सच कहूँ तो, यह एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया है। क्योंकि हर व्यक्ति अपने पैसे का सर्वोत्तम उपयोग करना चाहता है, उसे बचाना चाहता है और बाज़ार से उसकी तुलना भी करता है।
लेकिन अगर कोई OBJECTION उठाता है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि उसे INTEREST नहीं है। बल्कि, इसका मतलब है कि आपके PRODUCTS की VALUE, उसकी QUALITY और LONG-TERM BENEFITS अभी तक उसे CLEAR नहीं हैं। इसलिए, एक सफल नेटवर्कर वह होता है जो OBJECTIONS को एक अवसर के रूप में देखता है, समस्या के रूप में नहीं। क्योंकि जब OBJECTIONS उठते हैं तभी आप उन्हें शिक्षित कर सकते हैं। आप उनकी यह सोच बदल सकते हैं कि "DIRECT SELLING PRODUCTS केवल एक खर्च नहीं, बल्कि एक SMART INVESTMENT है।"
आज इस लेख में हम समझेंगे -
* लोग क्यों कहते हैं कि डायरेक्ट सेलिंग उत्पाद महंगे होते हैं।
* बिना किसी तर्क के इस आपत्ति का समाधान कैसे करें।
* अपने ग्राहक से निपटने के लिए आप किस रणनीति या उदाहरण का उपयोग कर सकते हैं?
OBJECTION HANDLING में एक सवाल उठता है, "मेरे पास समय नहीं है"। इसका सही जवाब जानने के लिए मेरा यह लेख पढ़ें। 👉 जब लोग कहें – “मेरे पास समय नहीं है”
लोग DIRECT SELLING PRODUCTS को महंगा क्यों मानते हैं
डायरेक्ट सेलिंग उत्पाद बहुत उच्च गुणवत्ता वाले होते हैं, फिर भी लोग उन्हें महंगा मानते हैं। इसके पीछे कुछ कारण हैं :
1. COMPARISON PROBLEM (गलत तुलना करना)
ज़्यादातर लोग DIRECT SELLING PRODUCTS की तुलना बाज़ार में LOCAL या DUPLICATE PRODUCT से करते हैं।
उदाहरण के लिए, अगर आपकी कंपनी के हेयर ऑयल की कीमत 300 रुपये है और बाज़ार में उपलब्ध हेयर ऑयल की कीमत 100 रुपये है, तो ग्राहक स्वाभाविक रूप से तुलना करेगा। लेकिन वह यह नहीं समझ पाता कि दोनों उत्पादों की INGREDIENTS, QUALITY, STANDARDS और SAFETY पूरी तरह से अलग हैं।
👉 दरअसल, वह MERCEDES की तुलना MARUTI से कर रहा होता है।
2. PRODUCTS की VALUE लोगों को CLEAR नहीं होती
उत्पाद के LONG-TERM BENEFITS, उसकी QUALITY, उसका STANDARD, उसकी VALUE, ये सब सामने वाले व्यक्ति को स्पष्ट नहीं होते।
मान लीजिए किसी HEALTH SUPPLEMENT की कीमत 1500 रुपये है। अगर कोई ग्राहक सिर्फ़ कीमत देख रहा है, तो उसे वह उत्पाद महंगा लगेगा। लेकिन अगर आप उसे समझाएँ कि यह सप्लीमेंट उसके HEALTH को बेहतर बनाएगा, उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएगा और उसे HOSPITAL BILLS से भी बचाएगा, तो वही उत्पाद उसे एक INVESTMENT जैसा लगेगा।
👉मतलब समस्या उत्पाद की कीमत में नहीं, बल्कि PRODUCT के VALUE COMMUNICATION में है।
3. LACK OF TRUST ( विश्वास की कमी )
आज भी, भारत जैसे बाज़ार में डायरेक्ट सेलिंग को लेकर कई MYTHS और DOUBTS हैं। कई लोग सोचते हैं :
* क्या यह कंपनी असली है या नहीं?
* अगर कल कंपनी बंद हो जाए तो क्या होगा?
* क्या यह FRAUD है ?
जब ग्राहकों का भरोसा कमज़ोर हो, तो उत्पादों की क़ीमत ज़्यादा होना स्वाभाविक है। क्योंकि भारत में ग्राहक जोखिम लेने से डरते हैं।
👉 लेकिन जब भरोसा बढ़ता है, तो PRODUCTS अपने आप ज़्यादा VALUABLE हो जाते हैं।
4. INCOME LEVEL GAP ( AFFORDABILITY ISSUE )
हर व्यक्ति अपनी INCOME और PURCHASING POWER के आधार पर यह तय करता है कि कोई उत्पाद महंगा है या सस्ता।
उदाहरण के लिए - 5000 रुपये का HEALTH PACK एक मध्यमवर्गीय परिवार को महंगा लग सकता है, लेकिन एक उच्चवर्गीय ग्राहक इसे HEALTH INVESTMENT मानते हुए बिना किसी हिचकिचाहट के खरीद लेगा।
👉 इसलिए, आपत्ति हमेशा उत्पाद की वास्तविक कीमत पर ही नहीं, बल्कि संभावित ग्राहक की आर्थिक स्थिति पर भी निर्भर करती है।
5. BUSINESS MODEL के बारे में शिक्षा का अभाव
ज़्यादातर लोग यह नहीं समझते कि DIRECT SELLING PRODUCT सिर्फ़ एक PRODUCT नहीं, बल्कि एक बिज़नेस मॉडल का हिस्सा है।
* इसमें अनुसंधान एवं विकास, DIRECT DISTRIBUTION, TRAINING और INCOME OPPORTUNITY शामिल होते हैं।
* TRADITIONAL BUSINESS में, उत्पाद सस्ता लगता है, लेकिन बिचौलियों (वितरक, थोक विक्रेता, खुदरा विक्रेता) का मुनाफ़ा भी इसमें शामिल होता है।
डायरेक्ट सेलिंग में, ये मुनाफ़ा हटा दिया जाता है और सीधा ग्राहक और वितरक को लाभ दिया जाता है। लेकिन जब तक इस अवधारणा को समझा नहीं जाता, तब तक उत्पाद महंगा लगता है।
डायरेक्ट सेलिंग बिज़नेस क्या है? यह कैसे काम करता है? आप इसके बारे में मेरा ब्लॉग पढ़ सकते हैं। 👉 DIRECT SELLING क्या है ?
✅ “उत्पाद महंगे हैं” OBJECTION से निपटने के लिए PRACTICLE STRATEGY
जब कोई कहता है, "उत्पाद बहुत महंगे हैं," तो आपको उनसे बहस करने की ज़रूरत नहीं है। इसके बजाय, आपको समझदारी से उनकी आपत्ति को एक अवसर में बदलना होगा। आइए समझते हैं कैसे ?
1. EMPATHIZE (सामने वाले को समझे)
पहला नियम है : बहस मत करो। संभावित ग्राहक को यह महसूस होना चाहिए कि आप उनकी बात समझ रहे हैं। अगर आप कहते हैं, "नहीं, उत्पाद महंगे नहीं हैं," तो वे DEFENSIVE हो जाएँगे। फिर वे आपका उत्पाद नहीं खरीदेंगे।
✅ इसके बजाय, शांति से कहें :
आप सही कह रहे हैं। शुरुआत में उत्पाद महंगे लग सकते हैं, क्योंकि जब मैंने शुरुआत की थी, तो मुझे भी ऐसा ही लगा था।
EXAMPLE SCRIP -
* संभावित ग्राहक : यह साबुन 50 रुपये का है ? यह बाज़ार में 30 रुपये में मिलता है।
* आप : आप बिल्कुल सही कह रहे हैं। पहली बार जब मैंने इसे देखा था, तो मुझे भी यही लगा था। लेकिन जब मैंने इसका इस्तेमाल किया, तो मुझे एहसास हुआ कि यह बाज़ार से अलग है, इसकी गुणवत्ता अलग है, और इसका असली मूल्य ज़्यादा है।
👉 संभावित ग्राहक को लगेगा कि आप उनका विरोध नहीं कर रहे हैं, बल्कि उनसे जुड़ाव महसूस कर रहे हैं।
2. RELATED EXAMPLE दें
एक संभावित ग्राहक हमेशा तुलना करता रहता है। ऐसे में, एक प्रासंगिक उदाहरण देने से संभावित ग्राहक की धारणा बदल जाती है।
EXAMPLE :
* लोग 1500 रुपये के LOCAL सूट के बजाय, रेमंड के 10,000 रुपये के सूट क्यों खरीदते हैं?
* स्थानीय रेस्टोरेंट में एक थाली 150 रुपये की होती है, लेकिन वही खाना एक ब्रांडेड रेस्टोरेंट में 500 रुपये में बिकता है।
👉 गुणवत्ता, ब्रांड पर भरोसा और LONG-TIME EXPERIENCE ही अंतर पैदा करते हैं।
SCRIPT : देखो भाई, जैसे एक सामान्य मोबाइल की कीमत 15,000 रुपये होती है, वैसे ही एक IPHONE की कीमत भी 1,50,000 रुपये होती है। अगर कोई IPHONE खरीद रहा है, तो उसमें कुछ खास बात होगी। ब्रांड पर भरोसा, DURABILITY और गुणवत्ता । भाई यही बात हमारे PRODUCTS पर भी लागू होती है।
3. HIGHLIGHT THE VALUE ( FEATURES + BENEFITS )
ग्राहक को सिर्फ़ कीमत न बताएँ, बल्कि उत्पाद की गुणवत्ता और खासियत भी समझाएँ।
उदाहरण :
* बाज़ारू क्रीम - 150 रुपये, सिर्फ़ एक मॉइस्चराइज़र है।
* डायरेक्ट सेलिंग क्रीम - 400 रुपये, यह पैराबेन-मुक्त है, त्वचा की मरम्मत करने वाला फ़ॉर्मूला है, त्वचा विशेषज्ञ द्वारा परीक्षित है, शाकाहारी-मुक्त है, इसके कोई दुष्प्रभाव नहीं हैं, यह लंबे समय तक चलने वाला उत्पाद है, प्राकृतिक उत्पाद है, रसायन-मुक्त है, आदि।
👉 यहाँ, सिर्फ़ कीमत न देखें, बदले में स्वास्थ्य, सुरक्षा और लंबे समय तक त्वचा की सुरक्षा का मूल्य भी है।
SCRIPT : बाज़ारू क्रीम सस्ती होती है, इसे बनाने में भारी मात्रा में रसायनों का इस्तेमाल होता है। यह आपकी त्वचा को नुकसान भी पहुँचा सकती है। DIRECT SELLING क्रीम महंगी ज़रूर है, लेकिन यह आपकी त्वचा के लिए सुरक्षित है और नुकसान से बचाएगी। इसके दीर्घकालिक परिणाम बेहतरीन हैं। यह आप पर निर्भर करता है कि आप SHORT-TERM बचत चाहते हैं या LONG-TERM देखभाल।
DIRECT SELLING में शामिल होने के बाद आपको जो पहले 10 कदम उठाने चाहिए, उन पर मेरा लेख देखें। 👉 DIRECT SELLING के शुरुआती 10 कदम
4. LONG -TERM COST SAVING दिखायें
CALCULATION करें और संभावित ग्राहक को समझाएँ कि ये उत्पाद LONG-TERM में बाज़ार से कैसे सस्ते होंगे।
उदाहरण:
* बाज़ार में बिकने वाले मल्टीविटामिन - 30 गोलियाँ ₹300 में, प्रत्येक ₹10
* डायरेक्ट सेलिंग मल्टीविटामिन - 100 गोलियाँ ₹500 में, प्रत्येक ₹5
👉 इसका साफ़ मतलब है कि बाज़ार में बिकने वाले उत्पाद SHORT-TERM में महंगे होते हैं, लेकिन डायरेक्ट सेलिंग वाले उत्पाद लंबी अवधि में सस्ते होते हैं।
SCRIPT : देखो भाई, अगर तुम बाज़ार में बिकने वाला मल्टीविटामिन खरीदते हो, तो तुम्हें प्रति गोली ₹10 मिलते हैं। दूसरे ब्रांड भी इसे ₹12-₹20 प्रति गोली बेचते हैं, लेकिन हमारी गोली की कीमत ₹5 प्रति गोली है, जो बाज़ार से सस्ती है। और RESULT ORIENTED है, पूरी तरह से प्राकृतिक, पूरी तरह से रसायन मुक्त।
5. TESTIMONIALS और CASE STUDY USE करें
बाज़ार में लोग FACTS से ज़्यादा REAL STORY और REAL PROOF पर भरोसा करते हैं।
उदाहरण : मेरे पास प्रीतम प्रजापति नाम का एक ग्राहक है। उसे सालों से घुटने में दर्द था। लेकिन जब उसने यहाँ से सप्लीमेंट लेना शुरू किया और तीन महीने में उसकी रिपोर्ट में सुधार हुआ, तो उसने खुद कहा कि यह अस्पताल के बिलों से कहीं सस्ता है।
👉 ग्राहकों के REAL EXPERIENCES, COST OBJECTIONS को बेअसर कर देते हैं।
6. OFFER CHOICE
हमेशा संभावित ग्राहक को विकल्प दें। अगर कंपनी के पास स्मॉल पैक, कॉम्बो पैक, डिस्काउंट ऑफर, कंसिस्टेंसी ऑफर जैसे किसी भी तरह के ऑफर हैं, तो उसका सुझाव ज़रूर दें। इससे ग्राहक आपके उत्पादों में ज़्यादा रुचि लेंगे।
उदाहरण:
* आप चाहें तो कुछ छोटे उत्पादों से शुरुआत कर सकते हैं।
* अगर आप कंसिस्टेंसी ऑफर करते हैं, तो आपको 6 महीने में 3000 रुपये के उत्पाद मुफ़्त मिलेंगे।
👉 जब हम ग्राहक को विकल्प देते हैं, तो उसका दबाव कम हो जाता है। और शुरुआत भी आसान हो जाती है। और वह आसानी से उत्पाद खरीद भी लेता है।
7. BUSINESS ANGLE दिखायें
हम यह भी कर सकते हैं कि अगर संभावित ग्राहक को BUSINESS OPPORTUNITY में रुचि हो, तो PRICE को ADVANTAGE में बदल दें।
SCRIPT - सर, अगर आप सिर्फ़ CONSUMER बन के उत्पाद इस्तेमाल करते हैं, तो आपको उत्पाद महंगे लग सकते हैं, लेकिन अगर आप डिस्ट्रीब्यूटर बन के उत्पाद खरीदते हैं, तो आपको उत्पाद MRP से कम कीमत पर यानी सस्ते मिलेंगे। इससे आप कमाई भी कर सकते हैं। और यह आपके लिए कमाई का एक और ज़रिया बन सकता है।
👉 यह रणनीति हर किसी पर न अपनाएँ, सिर्फ़ उसी व्यक्ति पर लागू करें जिसके बारे में आपको लगे कि वह बिज़नेस के प्रति समर्पित और खुले विचारों वाला है।
डायरेक्ट सेलिंग में लोगो को जोडने के लिए 10 बेहतर टिप्स जानें यहां से 👉MLM में SALES CLOSE करने के 10 बेहतरीन TIPS
📖 REAL LIFE CASE STUDY
1. CASE STUDY : HEALTH SUPPLEMENT ( DEEPAK STORY )
DEEPAK एक DISTRIBUTOR हैं जो HEALTH SUPPLEMENTS PROMOTE करते हैं। एक ग्राहक उनसे सप्लीमेंट्स खरीदना चाहता था, लेकिन कीमत बहुत ज़्यादा लग रही थी।
OBJECTION : ग्राहक ने कहा, "इस सप्लीमेंट की कीमत 1600 रुपये है ? बाज़ार में यह 600 रुपये में उपलब्ध है।"
RAMESH का APPROACH :
* DEEPAK ने ग्राहक की बात शांति से सुनी और माना कि उसे भी पहली बार में ये सप्लीमेंट्स महंगे लगे थे।
* उन्होंने तुलना करके बताया, "बाज़ार में मिलने वाले मल्टीविटामिन में सिर्फ़ 4 विटामिन होते हैं, लेकिन हमारी कंपनी के मल्टीविटामिन में 16 विटामिन, 12 मिनरल और हर्बल एक्सट्रेक्ट होते हैं।"
* उन्होंने एक वास्तविक ग्राहक का उदाहरण भी दिया जिसने बताया कि इसके इस्तेमाल के बाद उसका रक्तचाप नियंत्रित रहा और उसकी ऊर्जा का स्तर भी बढ़ा।
RESULT -
* इस तरह ग्राहक को सब कुछ समझाने के बाद, वह मान गया और उसने शुरुआत में 1 महीने का पूरा हेल्थ पैक ख़रीद लिया।
* 4 महीने बाद, उसी ग्राहक ने बार-बार ऑर्डर देना शुरू कर दिया और एक LOYAL CUSTOMER बन गया।
सीख - जब आप मूल्य + प्रमाण + वास्तविक उदाहरण दिखाते हैं तो कीमत संबंधी आपत्ति दूर हो जाती है।
2.CASE STUDY : COSMETIC PRODUCT ( MEENA STORY )
MEENA एक युवा DISTRIBUTOR हैं जो भोपाल में रहती हैं और SKINCARE PRODUCTS बेचती हैं।
OBJECTION : PROSPECT ने कहा, "आपकी यह फेस क्रीम 800 रुपये की है, लेकिन बाज़ार में यह 250 रुपये में उपलब्ध है।"
MEENA काAPPROACH
* मीना ने प्रॉस्पेक्ट से पूछा, "मैडम, क्या आप चाहेंगी कि मैं आपको दोनों उत्पादों के बीच का अंतर समझाऊँ?"
मीना ने बताया, "* MARKET की CREAM बनाने में पैराबेन और अन्य कठोर रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है, और ये लंबे समय में आपकी त्वचा को नुकसान पहुँचा सकते हैं।
* हमारी कंपनी की क्रीम त्वचा विशेषज्ञ द्वारा परीक्षित, CRUELTY-FREE और हर्बल सामग्री से बनी है।"
* मीना ने अपनी त्वचा की पहले-बाद की तस्वीरें दिखाते हुए कहा, "पहले मैं सस्ती क्रीम लगाती थी, इसलिए मेरी त्वचा भी बेजान हो गई थी। और अब इस क्रीम को लगाने के बाद मेरी त्वचा स्वस्थ हो गई है, आप देख सकते हैं कि मेरा चेहरा कितना निखर रहा है।"
नतीजा : ग्राहक ने पहले सिर्फ़ एक क्रीम मँगवाई। और एक महीने बाद उसे परिणाम मिल गया। संतुष्ट होकर उसने पूरा मेकअप किट खरीद लिया।
सीख : जब आप व्यक्तिगत अनुभव + प्रमाण + भावनात्मक जुड़ाव का इस्तेमाल करते हैं, तो PRICE OBJECTION STRENGTH से OPPORTUNITY में बदल जाती है।
डायरेक्ट सेलिंग में स्वास्थ्य उत्पाद कैसे बेचे ? DIRECT SELLING में HEALTH PRODUCTS की MARKETING कैसे करें ?
❓FAQ❓
Q 1: DIRECT SELLING PRODUCTS महंगे क्यों होते हैं❓
उत्तर: क्योंकि वे उच्च गुणवत्ता वाले, अनुसंधान एवं विकास-केंद्रित, रसायन-मुक्त और अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार निर्मित होते हैं।
Q 2: क्या ये उत्पाद बाज़ार के उत्पादों से बेहतर होते हैं❓
उत्तर: हाँ, गुणवत्ता और सुरक्षा मानक कहीं अधिक ऊँचे होते हैं।
Q 3: क्या हर ग्राहक महंगे उत्पाद खरीदेगा❓
उत्तर: नहीं, लेकिन अगर आप एक सच्चे ग्राहक हैं, तो आप उनकी कीमत समझते हैं।
Q 4: क्या कंपनी छूट देती है❓
उत्तर: हाँ, वितरक बनने से छूट और लाभ मिलते हैं।
Q 5: क्या मैं महंगे उत्पाद बेचकर अपना व्यवसाय बढ़ा सकता हूँ❓
उत्तर: बिल्कुल, क्योंकि उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद बार-बार आने वाले ग्राहकों और LONG-TERM LOYALTY को बढ़ावा देते हैं।
🔚 CONCLUSION
DIRECT SELLING में "PRODUCT महंगे हैं" जैसे OBJECTION आम है, लेकिन यह PROBLEM नहीं, बल्कि सफलता का द्वार है। जब आप संभावित ग्राहक की बात गंभीरता और शांति से सुनते हैं, उसे PRODUCT के VALUE, QUALITY और LONG-TERM BENEFITS के बारे में बताते हैं, तो वही ग्राहक आपके उत्पाद को एक SMART INVESTMENT मानने लगता है।
याद रखें, OBJECTION का असली मतलब "NO" नहीं, बल्कि "NOT YET CLEAR" होता है। अगर आप सही EXAMPLE, PERSONAL EXPERIENCE और TRUST-BUILDING का तरीका अपनाएँ, तो हर आपत्ति एक अवसर बन सकती है और यही आपकी तरक्की की असली कुंजी है।



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